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Saturday, July 11, 2020

जुलफें शायरी | julfe shayari | lyrics

ये मस्त जुलफें और निगाहें
मीठी बातें और अदाएं
सब फरेब है
वक्त रहते इन्हे पहचान लो
इश्क मे मत पड़ना
यारों मेरी बात मान लो

पल पल रहेगा इंतजार intezar
तुमको उसके दीदार का,
और  हर पल रहेगा दिल बैचेन
ये बात जान लो

उड़ेगी पतंग, तुम्हारी जिंदगी की
इनकी मर्जी से
और इनके हाथो मे पतंग की
डोर रहेगी  ।
कहा हो, क्या कर रहे हो
ये सवाल करते करते
तुम्हारी आजादी के लिए मुसीबत बन जाएगी
अगर इस मुसीबत के लिए तैयार हो तुम
इन मुसीबतों के आगे सीना तान लो

अगर ना आएगी नींद nind इन्हे
चाहेगी सारी रात तुमसे चेट करना
और कही आ गई नींद तुम्हे
इनकी नींद से पहले
तो बोलेंगी
अब नही पसन्द तुम्हे मुझसे बात करना।
अगर कर सकते हो तुम भी
सारी सारी रात बातें
तो फोन में एक बड़ा रिचार्ज डाल लो।



बदलता इंसान | Badlta Insan | Shayari lyrics

सोच तो मैली है ही तेरी
हवा भी मैली कर दी ।
अब ना पेड़ संभालेंगा तू
बिना साफ हवा
और  नियत के
अपनी नसलें कब तक पालेगा तू।

दिलों मे है कड़वाहट
सिर्फ मतलब के लिए मीठी वाणी ।
एक दिन ढूंढे भी नही मिलेगा, 
गंदा कर दिया सारा पानी।
भर दिया है जहर पानी मे
तेरी आने वाली नसलें
यही जहर  पीएंगी।
अब तू ही सोच बंदे
बिन पानी के तेरी नसलें
कैसे जिऐंगी।

इतने तो गिरगिट भी रंग नही बदलता
जितने है, तू चेहरे बदलता
सामने से कुछ ओर
पीठ के पीछे तू ओर ही चलता है
करके बेजुबानो के घर को तबाह
अपना घर ना बचा पाएगा
तेरे इन पाप कर्मो का फल
जरूर
एक दिन तेरे सामने आएगा ।



किस्मत थी नाराज, हाथ भी खाली थे
तूफान मे उड़ी छतों ने बयां कर दिया,
अंदर से घर भी खाली थे



जिंदगी में मुसीबत आने पर अगर आप डगमगा जाएं
तो डरे मत।
क्योंकि पानी मे पड़ रही सूरज की परछाई भी
पानी हिलने से डगमगा जाती है।



खुदा भी इसकी दुआएं कभी रद्द नही करता,
औलाद के लिए ही इसकी हर एक मन्नत होती है।
औलाद के लिए हर दुख हस के सह जाती है,
ऐसे ही नही कहते
कि " मां " के पैरों मे जन्नत होती है



पता नही , हो या नही मेरी तकदीर में
ठहर जाओ!
कैद कर लूं , तुम्हे तस्वीर में



बूढ़े होने से डरना मत
नसीब वाले है
जिन्हें बुढ़ापा आता है।



अगर आप अपने काम की सही कदर नही करते तो आपका काम सही नही होगा, क्योंकि अपने काम का सच्चा कदरदान इंसान खुद होता है।



मोहब्बत चीज क्या है? Mohhbat cheez kya hai?

 महबूब के दूर जाने के बाद
दिल dil मे उठती टीस क्या है
समंदर से भी गहरा राज है
मोहब्बत चीज क्या है?

कई तो मिल के भी अधूरे है
कई दूर दूर रहकर भी पूरे है
पता है लहरों को बिखर जाएंगी
फिर किनारो से टकराने की बैचेनी क्यों है?

किस्मत kismat वालो का तो हो जाता है सफर मुकम्मल
कुछ तो हमसफ़र रास्ते मे ही खो देते है
जो मिल नही सकते दो दिल इस जहान मे
तो उस जहान मे उनकी मंजिल क्या है?

महकती तो मिट्टी भी है बारिश में
बस महसूस करना आना चाहिए
प्यार तो अंदर की सादगी से होता है
फिर बाहर चमक दमक का शोर क्यों है।

पहुंच से बहुत दूर है ये चांद
रात मे दिखता है और दिन मे आलोप
कौन सा बेदाग है चांद
फिर चांद chand को गीत, गजलों और शायरी
मे लिखने की मजबूरी क्या है।




#Ishaq

ऐ दिल इश्क तुझे है उसके साथ
पर उसे तो नही,
फिर इजहार करके क्या करना ।
जिस राह पर अपना कोई है ही नही,
उस राह के बारे मे पूछ के क्या करना।

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