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Tuesday, October 2, 2018

सकारात्मकता - सफलता की नींव | positivity - the base of success | Hindi kahani

जिंदगी के संघर्ष मे हार कर बैठना और इस हार के लिए बार-बार अपनी किस्मत को दोष देना, सिर्फ संघर्ष ना करने का बहाना मात्र है। यह छोटी सी कहानी भी इसी तरह के संघर्ष के ऊपर आधारित है । राहुल जो अपनी जिंदगी मे एक अच्छी नौकरी के लिए संघर्ष कर रहा है ।

   

    उसे लगातार दो साल हो गए नौकरी के लिए परीक्षा देते हुए , पर हर बार असफल हो जाता । असफलता का बोझ उस के दिमाग पर हावी होने लगा । एक बार तो वो 2 अंको से रह गया। इस बात का उसे बहुत अफसोस होने लगा। उसकी हिम्मत ने अब जबाब दे दिया। उस ने अपने आसपास नकारात्मकता का वातावरण बना लिया।

    राहुल इस का दोष अपनी किस्मत को देने लगा। परिवार और  लोगो की बाते सुन सुन के उसकी नकारात्मकता बढ़ने लगी ।  उसे लगने लगा कि नौकरी उसकी किस्मत मे नही । इस हालात मे उसने अपने जीवन को समाप्त करने के बारे मे सोच लिया । उसके दिमाग मे जरा भी ख्याल ना आया कि उसके बाद उसके परिवार के ऊपर क्या बीतेगी।

    राहुल अब अपना जीवन समाप्त करने के लिए घर से निकल पड़ा । रास्ते मे जाते हुए उसके मन मे एक डर सा भी था, पर उसके दिमाग मे अपने जीवन को समाप्त करने का भूत चढ़ चुका था । राहुल एक नदी किनारे पहुंचा। जैसे ही वो नदी मे कूदने लगता है , अचानक उसकी नजर एक पंछी पर पड़ जाती है ।

    पक्षी  पानी मे से मछली पकड़ने की कोशिश कर रहा था। पक्षी  अपनी चोंच पानी के अंदर ले जाता, पर कोई भी मछली उसकी चोंच मे नही आती। वो हर बार अपनी जगह बदलता, कभी पानी के बाहर आता और कभी अन्दर जाता मछली पकड़ने के लिए । राहुल किनारे पर खड़ा उस पक्षी  की हरकतो को बड़ी गौर से देखता है। 

   20 25 बार कोशिश करने बाद वो पक्षी  पानी से बाहर चला जाता है। 2 मिनट बाद वो पंछी फिर पानी मे उतरता है। वो एक स्थान पर बिना  हिले जुले खड़ा रहता है, मानो उसने इस बार मछली पकड़ने का पूरा मन बना लिया हो। इतने एक मछली उसके पास आती है। वो जल्दी से अपनी चोंच पानी अन्दर डालता है और इस बार मछली उसके चोंच मे आ जाती है ।

  यह घटना देखकर राहुल का मन बदल जाता है,  मानो जैसे उस पंछी ने राहुल के अन्दर सकारात्मकता भर दी हो । वो घर वापस चला जाता है । राहुल फिर से दिन रात मेहनत करता है । उसे जल्द ही नौकरी मिल जाती है । तो दोस्तो किस्मत को दोष देने से ज्यादा अपनी मेहनत पर विश्वास रखना चाहिए । कुदरत सबको एक जैसे मौके देती है। इन अवसरो का सही इस्तेमाल करना हमारे हाथ मे ही होता है। कभी भी अपने अन्दर नकारात्मकता ना आने दे और मेहनत करते रहे एक ना एक आपको सफलता जरूर मिलेगी ।


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